रायगढ़ (निप्र)। सराईपाली सहित आसपास के गांव में अब औद्योगिक स्वास्थ्य सुरक्षा विभाग सिलिका से पड़ने वाले प्रभाव व पीड़ितों से मुलाकात कर वस्तुस्थिति का जायजा लेगी। औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग को एक सामाजिक संगठन द्वारा ग्रामीणों में सिलिकोसिस बीमारी होने व सुरक्षा मानकों का उपयोग नहीं किए जाने को लेकर शिकायत की गई है। उद्योग विभाग द्वारा इसकी जांच के लिए एक टीम का गठन कर जांच के लिए निर्देशित किया है।

क्वार्टराइज्ड पत्थर घिसाई होने वाली फैक्ट्रियों व पत्थर खदानों में काम करने वाले श्रमिकों व ग्रामीणों में सिलिका से प्रभावित होने को लेकर शिकायत की गई है। औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग को सिलिकोसिस बीमारी होने को लेकर शहर की एक सामाजिक संगठन द्वारा काम किया गया था, जिसमें 8 ग्रामीणों में सिलिकोसिस के लक्षण पाए जाने को लेकर कार्रवाई की मांग करते हुए शिकायत दर्ज कराई गई है। जिस पर उप संचालक औद्योगिक स्वास्थ्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा एक टीम बनाई। जो सराईपाली, चिराईपानी, सहित आसपास के करीब अन्य 6 गांव के ग्रामीणों से मुलाकात पूरी रिपोर्ट तैयार करेगी। मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता द्वारा औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग को दिए शिकायत पत्र में क्षेत्र में चल रहे क्वार्टराइज्ड पत्थर घिसाई की फैक्ट्रियों द्वारा न तो फैक्ट्री के अंदर कार्य करने वाले श्रमिकों की सुरक्षा मानक का पालन किया जाता है और न ही घिसाई से निकलने वाले कणों से आसपास के ग्रामीण अंचलों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। Read more

Courtesy: naidunia.jagran.com