जिले में सिलिकोसिस बीमारी से लगातार हो रही मौत और प्रशासनिक लापरवाही के विरोध में मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खट-खटाया गया है।
रायगढ़ जिले में सिलिकोसिस बीमारी से लगातार हो रही मौत और प्रशासनिक लापरवाही के विरोध में मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खट-खटाया गया है। मानवाधिकार आयोग में इस मामले की शिकायत करने के बाद हस्तक्षेप करने और पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने की मांग की गई है। सामाजिक संगठन जनचेतना की ओर से मानवाधिकार आयोग दिल्ली को भेजी गई शिकायत में कहा गया है कि जिले में सिलिकोसिस का कहर बरप रहा है और जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर इसके पीडि़तों को टीबी की दवाई खिलाई जा रही है।
जब मामला उठा और सिलिकोसिस की पहचान हुई, इसके बाद भी इन पीडि़तों की मदद नहीं की जा रही है। ये सभी प्रभावित जिले में चल रहे पत्थर पिसाई उद्योग से संबंधित हैं। जहां ये लोग कार्य करते थे, या फिर ऐसे लोग हैं जो उस लोकेलिटी में निवास करते हैं जहां ये उद्योग संचालित होते हैं। आयोग से की गई शिकायत में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि सिलिकोसिस से अब तक दर्जन भर लोगों की मौत हो चुकी है पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस मामले में खामोशी बरते हुए है। ऐसे में मनवाधिकार आयोग से इस बात की गुहार लगाई गई है कि पीडि़तों की मदद की जाए और इस लापरवाही के पीछे के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। विस्तार से पढ़ें
सौजन्य से: पत्रिका
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