सिलिकोसिस से पहले भी हो चुकी है चार मौत

पन्ना/सिलिकोसिस से मौतों का सिलसिला जारी है। पत्थर खदानों में काम करने वाले मजदूरों की लगातार मौते हो रही है। मध्य प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन इन मजदूरों के प्रति बिलकुल भी संवेदनशील नहीं है। 2010 में ही पत्थर खदान मजदूर संघ और एन्विरोनिक्स ट्रस्ट ने पन्ना जिले में सिलिकोसिस होने की पुष्टि कर दी थी। और रास्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मध्य प्रदेश सरकार को सिलिकोसिस से हो रही मौतों पर नोटिस भी दिया जा चूका है। इसके बावजूद सरकार एवं जिला प्रशासन सिलिकोसिस से बचाव के न तो कोई उपाय कर रही है। और न ही इन मजदूरों के लिए कोई राहत कार्य किया जा रहा है। आज दोपहर दो बजे (02.07.2013) सिलिकोसिस से पीड़ित मजदूर रमजान खान पिता मंगल खान की मौत हो गयी। रमजान खान वह सिलिकोसिस पीड़ित मजदूर है जिसे जिला चिकित्सालय ने भी सिलिकोसिस से पीड़ित होना स्वीकार किया है। और इस मजदूर को दीन दयाल कार्ड में सिलिकोसिस की प्राथमिकता का स्टाम्प भी लगाया हुआ है। यह मजदूर एक माह से अपनी अंतिम सांसे गिन रहा था। जिला चिकित्सालयों में डाक्टरो ने इस मजदूर को इलाज करने में अपनी असमर्थता जता दी थी।

                   रमजान खान